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जनवरी 27, 2008 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एस पी जिंदा होते तो आजतक देखकर मर जाते

अब क्या करोगे बालू ??

बापू को हम ही तो जिंदा रखे है, वरना कौन पूछता है

ये अधूरी तमन्‍नाएं--हाय हाय हाय !!!

ये अधूरी तमन्‍नाएं--हाय हाय हाय !!!

असली भारतीय

क्रिकेटर या फिर मदारी

रोटी का संधर्ष था राम-रावण युध्द