बहुत याद आये तालिबान मुझे
आज एंकरिंग करते हुये कुछ खबरो ने बोरियत को तोडा और झकझोरा..हिंदी चैनलो पर वैसे भी आजकल पाकिस्तान और तालिबान छाया हुआ है...सो आज भी एक खबर आयी कि पाकिस्तान में कानून व्यवस्था का क्या हाल है...वजीरिस्तान के विजुअल थे...तालिबानी दो लोगो को आंख पर पट्टी बांध कर ले जा रहे थे...उनके हाथ बंधे थे...मजमा लगा था..तालिबानी उन लोगो को कत्ल करने ले जा रहे थे...खबर और विजुअल काफी रोंगटे खडे करने वाली थी...और आखिर में उन दोनो को दीवार से खडा करके गोली मार दी गयी...लोग उनकी लाशो को एसे देख रहे थे..जैसे कि सामान्य धटना हो..हमने भी पाकिस्तान और तालिबानियो को कोसते हुये खबर पढी..कि कितने क्रूर होते है ये लोग...और हम तो सभ्य समाज के लोग है...हमतो हिकारत की नजर से ही देखेगें...लेकिन ये शरीयत का कानून है...उन दोनो का कसूर था कि उन्होने लूट करते हुये एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या कर दी थी...ड्राइवर के परिवार वालो ने शरीयत कोर्ट का सहारा लिया...और फैसला सुना दिया गया,,,उसीके बाद लगातार कुछ खबरो ने हिला कर रख दिया,,,ये खबरे हिंदुस्तान से थी...
पहली खबर इंदोर से थी...जंहा करीब साठ साल के एक जैन दंपत्ति को कत्ल कर दिया गया...पहले चाकू से मारा गया फिर गोली मार दी गयी...एक दिन बाद पुलिस ने केस को खोलते हुये बुर्जुग दंपत्ति के बेटे को गिरफ्तार कर लिया...क्योकि उसीने जमीन जायदाद के लिये अपने मां-बाप के कत्ल की सुपारी दी थी...उसी ने कातिल को घर बुलाया और घर में ही छिपा दिया, ताकि किसी को शक ना हो...कत्ल कर दिया गया...बूढे मां-बाप मार डाले गये..उनकी चिता को आग देने के लिये तमाम रिश्तेदार थे, और उन्होने बेटे को आने की इजाजत नही दी थी...खबर पढते हुये सोचता रहा कि किस मानसिक दशा में उस बेटे ने ये कदम उठाया होगा...क्या करेगा एसे जमीन जायदाद का..ये तो पता चल गया, लेकिन अगर ना भी पता चलता तो कैसे नीदं आती उसको ताउम्र...मझे तालिबानी याद आये...
दूसरी खबर लुधियाना के नजदीक किसी कस्बे से थी...बीजेपी के कद्दावर स्थानीय नेता पर उनकी बेटी ने
बलात्कार का आरोप लगाया, साथ में लडकी की मां भी खडी थी...लडकी का कहना था कि उसका बाप 8 साल से उसके साथ ये हरकत कर रहा था...मामला पुलिस तक पंहुच गया है...बाप को गिरफ्तार कर लिया गया है...बाप का कहना है कि ये राजनैतिक साजिश है....मामला पालिटिकल होता दिखायी दे रहा था...सोचने लगा कि कोई बेटी और पत्नी एसा आरोप क्यो लगायेंगे...और लगा भी दे...तो फिर जीने के क्या मायने...समाज में तो मर ही जायेगा वो....और अगर ये बात सच है ...तो वो फीलिंग अंग्रेजी में लस्ट कहेंगे... जो अपनी बेटी को देखकर ही हो जाये...उसे क्या कहा जाये...घ्रणा, शर्म और नफरत , जी भर गया...लाजिकल भी सोचने की कोशिश की कि वो क्या मनोस्थिति होती होगी...जो बीबी और बेटी में ही फर्क भूल जाये...सोचने लगा...सिर में दर्द होने लगा...मझे फिर तालिबानी याद आये...
तीसरी खबर गांधीजी के शहर पोरबदर से थी, एक लडकी को इश्क हो गया...लडका शादीशुदा था उसके दो बच्चे थे...लडकी को घर वालो को ये रिश्ता शायद मंजूर नही होगा...लडकी ने लडके के साथ मिलकर मां-बाप को पहले जहर दिया फिर मां की गला घोट कर हत्या की ,बाप के रिवोल्वर से उसी के सिर में गोली मारी, 6 साल के अपने एक भाई को भी मोत के घाट उतारा, एक भाई और था 14 साल का , उसकी भी जान लेने की कोशिश की , वो जिंदा है लेकिन अस्पताल में है...लडकी ने ये सब करने के बाद इसको आत्महत्या लगे , इसकी पूरी कोशिश की...घटना फरबरी की है, खुलासा अब हुआ...लडकी का इरादा अपने प्रेमी की बीबी और उसके दोनो बच्चो के कत्ल की भी थी...अब तक मेरा सिर दर्द बढ चुका था...मुझे तालिबानी ज्यादा याद आने लगे ...
जब ये खबरे चल रही थी, तो हमारे चैनल ने कुछ दिनो पहले मुंबई के बोरीबली की घटना को दोबारा से चलाना शुरू किया...जिसमें एक पति पत्नी 10 सालो से एक तांत्रिक के कहने पर अपनी बेटियों के साथ ही कुकर्म (ये शब्द ही चलाते है हम टीवी वाले)...उस तांत्रिक ने बाप को ये भरोसा दिला दिया था कि यदि वो अपनी ही बेटियो के साथ सैक्स करेगा तो पैसा और तरक्की होगी...10 सालो तक कितनी तरक्की हुयी...ये उसी से पूछना चाहिये...और तरक्की इस कीमत पर...अब तक मेरे दिमाग की सोचने की शक्ती खत्म हो चुकी थी...मन गुस्से से भर गया,,,पता नही कैसे न्यूज़ खत्म की...लेकिन मुझे तालिबान बहुत याद आये...एसे लोगो के साथ तालिबानियों जैसा सलूक के अलावा मुझे कोई तरीका समझ नही आया...
पहली खबर इंदोर से थी...जंहा करीब साठ साल के एक जैन दंपत्ति को कत्ल कर दिया गया...पहले चाकू से मारा गया फिर गोली मार दी गयी...एक दिन बाद पुलिस ने केस को खोलते हुये बुर्जुग दंपत्ति के बेटे को गिरफ्तार कर लिया...क्योकि उसीने जमीन जायदाद के लिये अपने मां-बाप के कत्ल की सुपारी दी थी...उसी ने कातिल को घर बुलाया और घर में ही छिपा दिया, ताकि किसी को शक ना हो...कत्ल कर दिया गया...बूढे मां-बाप मार डाले गये..उनकी चिता को आग देने के लिये तमाम रिश्तेदार थे, और उन्होने बेटे को आने की इजाजत नही दी थी...खबर पढते हुये सोचता रहा कि किस मानसिक दशा में उस बेटे ने ये कदम उठाया होगा...क्या करेगा एसे जमीन जायदाद का..ये तो पता चल गया, लेकिन अगर ना भी पता चलता तो कैसे नीदं आती उसको ताउम्र...मझे तालिबानी याद आये...
दूसरी खबर लुधियाना के नजदीक किसी कस्बे से थी...बीजेपी के कद्दावर स्थानीय नेता पर उनकी बेटी ने
बलात्कार का आरोप लगाया, साथ में लडकी की मां भी खडी थी...लडकी का कहना था कि उसका बाप 8 साल से उसके साथ ये हरकत कर रहा था...मामला पुलिस तक पंहुच गया है...बाप को गिरफ्तार कर लिया गया है...बाप का कहना है कि ये राजनैतिक साजिश है....मामला पालिटिकल होता दिखायी दे रहा था...सोचने लगा कि कोई बेटी और पत्नी एसा आरोप क्यो लगायेंगे...और लगा भी दे...तो फिर जीने के क्या मायने...समाज में तो मर ही जायेगा वो....और अगर ये बात सच है ...तो वो फीलिंग अंग्रेजी में लस्ट कहेंगे... जो अपनी बेटी को देखकर ही हो जाये...उसे क्या कहा जाये...घ्रणा, शर्म और नफरत , जी भर गया...लाजिकल भी सोचने की कोशिश की कि वो क्या मनोस्थिति होती होगी...जो बीबी और बेटी में ही फर्क भूल जाये...सोचने लगा...सिर में दर्द होने लगा...मझे फिर तालिबानी याद आये...
तीसरी खबर गांधीजी के शहर पोरबदर से थी, एक लडकी को इश्क हो गया...लडका शादीशुदा था उसके दो बच्चे थे...लडकी को घर वालो को ये रिश्ता शायद मंजूर नही होगा...लडकी ने लडके के साथ मिलकर मां-बाप को पहले जहर दिया फिर मां की गला घोट कर हत्या की ,बाप के रिवोल्वर से उसी के सिर में गोली मारी, 6 साल के अपने एक भाई को भी मोत के घाट उतारा, एक भाई और था 14 साल का , उसकी भी जान लेने की कोशिश की , वो जिंदा है लेकिन अस्पताल में है...लडकी ने ये सब करने के बाद इसको आत्महत्या लगे , इसकी पूरी कोशिश की...घटना फरबरी की है, खुलासा अब हुआ...लडकी का इरादा अपने प्रेमी की बीबी और उसके दोनो बच्चो के कत्ल की भी थी...अब तक मेरा सिर दर्द बढ चुका था...मुझे तालिबानी ज्यादा याद आने लगे ...
जब ये खबरे चल रही थी, तो हमारे चैनल ने कुछ दिनो पहले मुंबई के बोरीबली की घटना को दोबारा से चलाना शुरू किया...जिसमें एक पति पत्नी 10 सालो से एक तांत्रिक के कहने पर अपनी बेटियों के साथ ही कुकर्म (ये शब्द ही चलाते है हम टीवी वाले)...उस तांत्रिक ने बाप को ये भरोसा दिला दिया था कि यदि वो अपनी ही बेटियो के साथ सैक्स करेगा तो पैसा और तरक्की होगी...10 सालो तक कितनी तरक्की हुयी...ये उसी से पूछना चाहिये...और तरक्की इस कीमत पर...अब तक मेरे दिमाग की सोचने की शक्ती खत्म हो चुकी थी...मन गुस्से से भर गया,,,पता नही कैसे न्यूज़ खत्म की...लेकिन मुझे तालिबान बहुत याद आये...एसे लोगो के साथ तालिबानियों जैसा सलूक के अलावा मुझे कोई तरीका समझ नही आया...
टिप्पणियाँ
amoonan ham sabhi cheejon ko dekhte dekhate itane Habituated ho jaate hai ki khabaro ki analysis nahi kar sakate.
Taliban agar aaj Jihad par chal rahaa hai to yah ek pahaloo hai, par Apradh ke lie us samaaj me kade kanoon ek doosara pahaloo hai.
मैं तो ताज्जुब करता हूँ, कैसे लोग मासूम बच्चों को पैसे की खातिर किडनैप कर लेते हैं, जान लेने की धमकी देते हैं। क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि ऐसे लोगों को तालिबानी विधि से सबक सिखाना चाहिए?
- आनंद