रिमझिम गिरे सावन


रिमझिम बारिश की ये फुहारें खेत खतिलाहानों के साथ साथ आपके और हमारे मन को भी सराबोर कर रही है..पूरा हिंदुस्तान मॉनसून की बारिश का इंतजार बड़ी बेसब्री से करता है...क्योंकि मुल्क को हजारों नेमत देने वाला ये मॉनसून हमारे मन को भी खूब भाता है... बारिश की बूंदे देश के सूखे के साथ साथ मन के सूखेपन को भी कम कर देती है...ये बारिश आपकी और हमारी जिंदगी में कई तरह से खुशियों का पैगाम लेकर आती है...दुनिया जिस बारिश को महज एक भौगोलिक प्रक्रिया मानती है वो आपकी और हमारी जिंदगी की कहानी में किसी किरदार से कम नहीं होती
ये बारिश जब बरसती है तो बेसाज मन में जिंदगी का सुर घुलने लगता है..टिप टिप बूंदे बलखाती इठलाती, चुपचाप जीवन का संचार करती जाती है..प्यासी और बंजर जमीन अचानक जिंदादिल हो उठती है..कुदरत के रंग बारिश में भीग कर और भी खिल उठते हैं...बेजान, बेजार और बोझिल लम्हे लहलहा जाते है...कहीं खुशहाली की इबारत लिखती है ये बारिश, तो कहीं..मस्ती की कहानी को दिलचस्प बनाती है ये बूंदे...हमारे मुल्क में तो बारिश को बेंइंतहा मोहब्बत से नवाजा जाता है....इसके इंतजार में टकी टकी लगाए किसान की खुश्क आंखों की नमी बन जाती है बारिश.. और अगर ये बादल रुठ जाए तो हम खुदा को मनाते हैं...खुद हर किस्म के जतन कर स्वर्ग में बैठे इंद्र को रिझाते हैं..बादलों की आहट...जब इशारा करती है की धरती का आंचल तर बतर होने ही वाला है..तो मानों मन में तितलियां सी उड़ने लगती है..खेत खलिहान खिल उठते हैं...पेड़, पौधे और परिंदे झूम उठते हैं...नदियों में यौवन लौट आता है...धान की फसल फायदे का सौदा हो जाती है...अलग अलग रास्ते तय करते बादलों के बंजारा शख्सियत पर कालिदास मेघदूत रच देते हैं...बूंदों से पनपे इस रुमानी और रूहानी अहसास से बॉलिवुड भी नही बच नहीं पाता ...फिल्मी कहानियों में कभी रोमांस बनकर बरसी ये बारिश..तो कभी विरह की वजह बनती नजर आई ये बारिश...लगातार और झमाझम बारिश का ये टोकरा हमारे यहां मॉनसून कहलाता है...वो मॉनसून जो महिने भर में पूरे देश में छाता है..और मन की हर परत को भिगो कर मनभावन बन जाता है..

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